1 अगस्त | नई दिल्ली:
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक नया और सख्त आदेश जारी करते हुए भारत सहित 68 देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने की घोषणा की है। ट्रंप रेसिप्रोकल टैरिफ भारत 25% के रूप में लागू कर रहे हैं, जो 7 अगस्त 2025 से प्रभाव में आएगा। यह आदेश वैश्विक व्यापार व्यवस्था में एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है।
भारत पर 25% रेट लागू
इस आदेश में भारत पर 25% की “Reciprocal Tariff, Adjusted” दर लागू की गई है, जो उच्च स्तर की दरों में शामिल है।Trade Compliance Resource Hub+7Reuters+7The Times of India+7
व्हाइट हाउस ने यह भी कहा कि इस निर्णय को लागू करने के लिए सीमा शुल्क अधिकारी को पर्याप्त तैयारी समय देने हेतु कार्यवाही को एक सप्ताह आगे बढ़ाया गया — यानी लागू तारीख हुई 7 अगस्त 2025।
अन्य कुछ प्रमुख देशों पर लागू टैरिफ:
- पाकिस्तान — 19%
- बांग्लादेश — 20%
- दक्षिण अफ्रीका — 30%
- कनाडा — पहले 25% से बढ़कर 35% बनाया गया
- ताइवान — 20%
- स्विट्ज़रलैंड — 39%
- सीरिया — 41%
- यूके — 10%
सारांश तालिका
देश | रेसिप्रोकल टैरिफ की दर | लागू तिथि |
---|---|---|
भारत | 25% | 7 अगस्त 2025 |
पाकिस्तान | 19% | 7 अगस्त 2025 |
बांग्लादेश | 20% | 7 अगस्त 2025 |
दक्षिण अफ्रीका | 30% | 7 अगस्त 2025 |
कनाडा | 35% | 7 अगस्त 2025 |
क्यों यह नया आदेश महत्वपूर्ण है?
- यह “जैसा को तैसा” (reciprocal) व्यापार नीति के तहत लागू किया गया कार्रवाई है, जिसका उद्देश्य अमेरिका के व्यापार घाटे को कम करना बताया गया है।Politico+11The Guardian+11Trade Compliance Resource Hub+11ft.com+15The White House+15Forbes+15
- ट्रंप प्रशासन ने भारत के व्यापार अवरोधों (non‑tariff barriers), ऊँचे आयात शुल्क, और रूसी तेल एवं रक्षा संबंधों का हवाला देते हुए यह निर्णय लिया है।The GuardianThe Economic Timeswww.ndtv.com
- यह दर अप्रैल 2025 में लागू 26% “discounted reciprocal tariff” से थोड़ा कम है, परंतु अब स्थायी रूप से 25% दर की घोषणा की गई है
भारत के लिए संभावित असर
- फार्मास्यूटिकल्स, टेक्सटाइल, जैविक उत्पाद, ऑटो पार्ट्स, इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे क्षेत्रों में निर्यात प्रभावित हो सकता है।
- भारतीय बाज़ारों पर विदेशी निवेश प्रवाह प्रभावित हो सकते हैं— कुछ रिपोर्ट्स में बताया गया कि एफआईआई निवेशकों ने $3500 करोड़ रुपये निकाले हैं।
- भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता और कूटनीतिक बातचीत पहले से चल रही है; दक्षिण एशियाई रणनीतिक संतुलन अब और चुनौतीपूर्ण हो गया है।
कनाडा के खिलाफ सख्त रुख
कनाडा पर लगाया गया 35% शुल्क मुख्य रूप से अवैध नशीली दवाओं के संकट, और अमेरिका की नीतियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाइयों के कारण बढ़ाया गया है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि कनाडा अमेरिकी सुरक्षा नीतियों के प्रति गंभीर नहीं है।
🇲🇽 मेक्सिको को 90 दिनों की छूट
ट्रंप ने मेक्सिको को 90 दिनों की अस्थायी छूट दी है। इस दौरान मेक्सिको को अमेरिका के साथ फेंटेनाइल, कारें और अन्य वस्तुओं पर टैक्स देना जारी रखना होगा। ट्रंप ने कहा कि अगर मेक्सिको ने अपने गैर-टैरिफ व्यापार प्रतिबंध हटाए, तो उन्हें पूर्ण छूट दी जा सकती है।
📊 रेसिप्रोकल टैरिफ: क्या है इसकी परिभाषा?
रेसिप्रोकल टैरिफ का अर्थ है—यदि कोई देश अमेरिका पर एक निश्चित शुल्क लगाता है, तो अमेरिका भी उसी अनुपात में या उससे अधिक शुल्क उसी देश पर लगाएगा। यह प्रणाली “जैसे को तैसा” की नीति पर आधारित है।
भारत के लिए क्या होगा असर?
भारत पर लगाए गए 25% टैरिफ से सबसे अधिक असर फार्मास्युटिकल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स और कपड़ा उद्योग पर पड़ने की संभावना है। विश्लेषकों के अनुसार यह टैरिफ:
- भारत की निर्यात प्रतिस्पर्धा को कम कर सकता है।
- छोटे और मध्यम व्यापारियों पर सीधा प्रभाव डालेगा।
- भारत-अमेरिका व्यापार समझौतों में तनाव ला सकता है।
हालांकि भारतीय विदेश मंत्रालय ने अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि जल्द ही अमेरिका के साथ राजनयिक वार्ता की जाएगी।
लेखक: Advocate Mohan Kumar
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