पटना, 30 जुलाई:

लेखक: Advocate Mohan Kumar
बिहार आशा कार्यकर्ता बहाली 2025 को लेकर राज्य सरकार ने एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने पटना में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि प्रदेश में 29,000 नई आशा कार्यकर्ताओं की बहाली जल्द ही पूरी की जाएगी। इस बहाली से राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं में और मजबूती आएगी, वहीं महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को रोज़गार का सुनहरा अवसर भी प्राप्त होगा।
बिहार आशा कार्यकर्ता बहाली 2025 : मुख्यमंत्री की बड़ी सौगात
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार ने आशा एवं ममता कार्यकर्ताओं के मानदेय में भी बड़ी वृद्धि की है। उन्होंने बताया:
- पहले आशा कार्यकर्ताओं को ₹1,000 प्रतिमाह प्रोत्साहन राशि मिलती थी
- अब इसे बढ़ाकर ₹3,000 प्रतिमाह कर दिया गया है
- ममता कार्यकर्ताओं को अब प्रति प्रसव ₹600 मिलेंगे, जो पहले ₹300 था
- यह निर्णय 1 जुलाई 2025 से लागू होगा
एक लाख से अधिक महिलाओं को मिलेगा सीधा लाभ
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार इस योजना से निम्नलिखित लाभार्थी सीधे लाभान्वित होंगे:
कार्यकर्ता का प्रकार | लाभार्थियों की संख्या |
---|---|
आशा कार्यकर्ता | 91,094 |
आशा फैसिलिटेटर | 4,364 |
ममता कार्यकर्ता | 4,600 (लगभग) |
साथ ही सरकार द्वारा इन कार्यकर्ताओं को ₹13,180 स्मार्टफोन के लिए, ₹200 मोबाइल रिचार्ज और ₹2,500 दो साड़ियों हेतु भी दिया जाएगा।
महिला स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ बनेंगी नई आशा कार्यकर्ता
बिहार आशा कार्यकर्ता बहाली 2025 से जुड़ी यह योजना राज्य में महिला स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी। आशा कार्यकर्ता निम्नलिखित कार्यों में भूमिका निभाती हैं:
- गर्भवती महिलाओं को ANCs के लिए प्रेरित करना
- नवजात और बच्चों का समय पर टीकाकरण
- पोषण, ORS और जीवन रक्षक दवाओं का वितरण
- संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना
- ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य जानकारी का प्रसार
सकारात्मक स्वास्थ्य संकेतक दर्शाते हैं सुधार
मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि आशा और ममता कार्यकर्ताओं की मेहनत के कारण राज्य में स्वास्थ्य संकेतकों में बड़ा सुधार हुआ है:
- मातृ मृत्यु दर: 365 (2005) से घटकर 91
- शिशु मृत्यु दर: 27 (राष्ट्रीय औसत के बराबर)
- पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों की मृत्यु दर: 29
- नवजात शिशु मृत्यु दर (0–28 दिन): 19
- टीकाकरण का कवरेज (HMIS डेटा): 95%
कब पूरी होगी बहाली प्रक्रिया?
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि 29 हजार नई आशा कार्यकर्ताओं की बहाली प्रक्रिया अंतिम चरण में है। जल्द ही चयन प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। साथ ही:
सरकार का लक्ष्य है कि हर गांव और शहर तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं समय पर पहुंचें।
BPSC और BTS के माध्यम से अन्य स्वास्थ्य पदों पर भी बहाली जारी है
बिहार आशा कार्यकर्ता बहाली 2025 न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाएगी, बल्कि राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को भी और अधिक मजबूत बनाएगी। सरकार का यह प्रयास महिला सशक्तिकरण और बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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