लेखक: एडवोकेट मोहन कुमार
कारगिल विजय दिवस 2025 पर पूरे देश ने वीर शहीदों को याद करते हुए सम्मान प्रकट किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने भी कारगिल विजय दिवस 2025 के अवसर पर देश की रक्षा में प्राण न्योछावर करने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। यह दिन न केवल भारत की सैन्य शक्ति का प्रतीक है, बल्कि यह हर भारतीय के दिल में देशभक्ति की भावना को और प्रबल करता है। कारगिल विजय दिवस 2025 एक ऐसा अवसर है जब हम उन वीरों को स्मरण करते हैं जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर भारत की अखंडता और संप्रभुता को बनाए रखा।
🇮🇳 कारगिल विजय दिवस: एक ऐतिहासिक झलक
🔹 1999 का वो जंग
कारगिल युद्ध भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ा गया एक सीमित युद्ध था, जिसमें पाकिस्तानी सैनिकों और घुसपैठियों ने LOC के पार भारतीय क्षेत्र पर कब्ज़ा करने की कोशिश की थी।
ऑपरेशन विजय के तहत भारतीय सेना ने वीरता और पराक्रम का प्रदर्शन करते हुए दुश्मनों को खदेड़ा और 26 जुलाई 1999 को विजय हासिल की।
🔹 क्यों मनाते हैं कारगिल विजय दिवस?
- शहीदों की कुर्बानी को स्मरण करने के लिए
- नई पीढ़ी को देशभक्ति और बलिदान का महत्व समझाने के लिए
- राष्ट्रीय एकता और सुरक्षा की भावना को मजबूत करने के लिए
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का संदेश
राष्ट्रपति ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा:
“कारगिल विजय दिवस के अवसर पर मैं मातृभूमि के लिए प्राण न्योछावर करने वाले वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं।
यह दिवस हमारे जवानों की असाधारण वीरता, साहस एवं दृढ़ संकल्प का प्रतीक है।”
उनके संदेश में सम्मान, गर्व और श्रद्धा की भावना झलकती है। राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि शहीदों का बलिदान देश को हमेशा प्रेरित करता रहेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सम्मानपूर्ण नमन
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर अपने संदेश में कहा:
“देशवासियों को कारगिल विजय दिवस की ढेरों शुभकामनाएं।
यह अवसर हमें मां भारती के उन वीर सपूतों के अप्रतिम साहस और शौर्य का स्मरण कराता है।”
उन्होंने शहीदों के अद्वितीय जज्बे और मातृभूमि के प्रति निष्ठा को देश की प्रेरणा बताया।
🔸 साथ ही, प्रधानमंत्री मोदी ने आज नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की।
गृहमंत्री अमित शाह का श्रद्धांजलि संदेश
गृहमंत्री अमित शाह ने लिखा:
“‘कारगिल विजय दिवस’ देश के वीर जवानों के गौरव और विजयगाथा का अविस्मरणीय दिन है।
वर्ष 1999 में हमारे जवानों ने ‘ऑपरेशन विजय’ से दुश्मनों को घुटनों पर ला दिया।”
उनका संदेश राष्ट्र की ओर से सैनिकों के साहस और त्याग को नमन था। उन्होंने इस दिन को “साहस, संकल्प और समर्पण” का प्रतीक बताया।
राजनेताओं के अलावा देशभर से प्रतिक्रियाएं
🎖️ रक्षामंत्री राजनाथ सिंह:
“कारगिल के रणबांकुरों ने देश को गौरवान्वित किया।
उनका बलिदान युगों-युगों तक प्रेरणा देगा।”
🎙️ सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी:
“सैनिकों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
हमारी सुरक्षा-व्यवस्था और मजबूत हुई है।
देशभर में कार्यक्रम और श्रद्धांजलि समारोह
देश के कई हिस्सों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए:
- द्रास (लद्दाख) में कारगिल युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि सभा
- स्कूलों और कॉलेजों में देशभक्ति गीत और भाषण प्रतियोगिताएं
- युवा संगठनों द्वारा कैंडल मार्च और पोस्टर प्रदर्श
शहीदों के परिवारों की आंखों में गर्व और आंसू
🔸 कैप्टन विक्रम बत्रा के पिता ने कहा:
“आज भी मेरे बेटे की याद दिल को गर्व से भर देती है।
देश के लिए उसका बलिदान अमर रहेगा।”
🔸 शहीद संदीप उन्नीकृष्णन की मां:
“हर मां चाहेगी कि उसका बेटा देश के लिए जिए, लड़े और मर मिटे
जनमानस में देशभक्ति की भावना
सोशल मीडिया, न्यूज़ चैनल्स और जनसभाओं में आज का दिन देशभक्ति से सराबोर रहा।
#KargilVijayDiwas ट्रेंड करता रहा, लाखों लोगों ने
🇮🇳 “जय हिंद”
🇮🇳 “वीरों को नमन”
🇮🇳 “भारत माता की जय”
के संदेश साझा किए।
युवाओं के लिए संदेश
कारगिल विजय दिवस सिर्फ एक दिवस नहीं, बल्कि प्रेरणा का स्रोत है:
- युवाओं में देशभक्ति की भावना को जागृत करता है
- उन्हें सिखाता है कि आजादी और शांति की कीमत बलिदान होती है
- हमें सशक्त राष्ट्र निर्माण की ओर प्रेरित करता
कारगिल विजय दिवस हर भारतीय के दिल के सबसे करीब है। यह दिन हमें राष्ट्र सेवा, बलिदान और एकता की भावना से जोड़ता है।
प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रपति मुर्मु और गृहमंत्री अमित शाह जैसे नेताओं का शहीदों के प्रति यह सम्मान राष्ट्र के हर नागरिक को गर्व और कृतज्ञता से भर देता है।
आइए, हम सब मिलकर इन अमर बलिदानियों को नमन करें और उनके दिखाए रास्ते पर चलने का संकल्प लें।
लेखक: एडवोकेट मोहन कुमार
