27 जुलाई, नई दिल्ली:
देश में मानसून एक बार फिर अपने रौद्र रूप में दिखाई दे रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मध्य भारत और पश्चिमी तटीय क्षेत्रों में अगले कुछ दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इसको लेकर कई राज्यों में रेड और ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है
मध्य भारत में भारी बारिश का अलर्ट: किन राज्यों में रेड चेतावनी?
मौसम विभाग के अनुसार, निम्नलिखित राज्यों में बहुत भारी बारिश की संभावना को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया गया है:
- पश्चिमी मध्य प्रदेश
- पूर्वी राजस्थान
- गुजरात के कुछ हिस्से
इन क्षेत्रों में 24 घंटे के अंदर 115.6 मिमी से अधिक वर्षा हो सकती है। संबंधित प्रशासन को सतर्क किया गया है, और लोगों से अपील की गई है कि वे बिना जरूरत घरों से बाहर न निकलें
देश के किन हिस्सों में मूसलाधार बारिश का संकट
इसके अलावा कई राज्यों में ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है, जिनमें शामिल हैं:
- उत्तराखंड
- पूर्वी मध्य प्रदेश
- सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र
- मध्य महाराष्ट्र
- कोंकण और गोवा
- कर्नाटक (कोस्टल और इनलैंड)
- केरल
- असम और मेघालय
- सिक्किम
- अरुणाचल प्रदेश
इन इलाकों में भारी बारिश के साथ तेज हवाएं चलने की आशंका है
तेज हवाओं की चेतावनी
आज यानी 27 जुलाई को कुछ तटीय क्षेत्रों में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। खासतौर पर:
- केरल तट
- कर्नाटक तट
- लक्षद्वीप क्षेत्र
इस वजह से मौसम विभाग ने 30 जुलाई तक मछली पकड़ने की गतिविधियों पर रोक लगा दी है। मछुआरों और तटीय निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
हिमाचल में भी ऑरेंज अलर्ट
हिमाचल प्रदेश के चार ज़िलों में भी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है:
- चंबा
- कांगड़ा
- मंडी
- कुल्लू
इन जिलों में 29 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन और सड़क बंद होने की भी आशंका जताई गई है।
ओडिशा में नदियां उफान पर
ओडिशा में बारिश के कारण हालात और गंभीर हो रहे हैं। सरकार ने बालासोर, भद्रक और जाजपुर ज़िलों को हाई अलर्ट पर रखा है। प्रमुख नदियों में जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है:
- जलाका और बैतरणी नदियाँ तेज़ी से बह रही हैं
- सुवर्णरेखा नदी बालासोर में खतरे के बेहद करीब पहुँच चुकी है
राज्य प्रशासन ने निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाना शुरू कर दिया है।

आने वाले 3 दिन रहेंगे भारी
IMD ने चेतावनी दी है कि:
“अगले तीन दिनों तक मध्य भारत, पश्चिमी तट और घाट क्षेत्रों में मॉनसून की सक्रियता बनी रहेगी। इससे नदियों में बाढ़, भूस्खलन, और जनजीवन प्रभावित होने की आशंका है।”
लोगों के लिए जरूरी सलाह:
- बिजली कड़कने पर पेड़ों के नीचे न जाएं
- खुले जलस्रोतों से दूर रहें
- गाड़ी चलाते समय सावधानी बरतें – जलजमाव वाले रास्तों से बचें
- प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें
स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट पर
भारी बारिश के चलते डेंगू, मलेरिया और अन्य जलजनित बीमारियों के फैलने का खतरा भी बढ़ गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने सभी ज़िलों में मेडिकल टीमों को तैनात किया है
मौसम विभाग की अपील
“लोग अफवाहों पर ध्यान न दें। केवल आधिकारिक मौसम बुलेटिन और समाचार स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें।
मध्य भारत और कई तटीय राज्यों में जारी भारी बारिश का रेड और ऑरेंज अलर्ट एक बार फिर साबित करता है कि मॉनसून का मौसम अनिश्चित और खतरनाक हो सकता है।
समय पर सावधानी और प्रशासनिक सतर्कता से जान-माल की हानि को रोका जा सकता है।
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लेखक: Advocate Mohan Kumar
📅 प्रकाशन तिथि: 27 जुलाई 2025
📰 स्रोत: भारत मौसम विभाग (IMD), PIB