लेखक: Advocate Mohan Kumar
तारीख: 09 अगस्त 2025
नई दिल्ली
ऑपरेशन सिंदूर ने बदल दी दक्षिण एशिया की रणनीति
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए. पी. सिंह का अहम बयान सामने आया है। उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन के दौरान भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के पांच लड़ाकू विमान और एक बड़ा टोही विमान मार गिराया। यह खुलासा बेंगलुरु में आयोजित एयर मार्शल कात्रे वार्षिक व्याख्यान के दौरान किया गया।
यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है, और पूरी दुनिया इस क्षेत्र में होने वाले घटनाक्रम पर नज़र रखे हुए है।
ऑपरेशन सिंदूर का खुलासा
वायुसेना प्रमुख के अनुसार, पाकिस्तान का गिराया गया बड़ा विमान AWACS (Airborne Warning and Control System) से लैस था। यह विमान दुश्मन की निगरानी और नियंत्रण प्रणाली का अहम हिस्सा था।
उन्होंने रूस निर्मित S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की भूमिका को निर्णायक बताया, जिसने पाकिस्तान के हवाई हमलों को सफलतापूर्वक रोका।
ऑपरेशन सिंदूर क्या है और इसका महत्व
ऑपरेशन सिंदूर, भारतीय वायुसेना का एक गोपनीय और निर्णायक सैन्य अभियान था, जिसे हाल ही में अंजाम दिया गया। इस अभियान का उद्देश्य था—
- पाकिस्तान की हवाई ताकत को कमजोर करना
- सामरिक रूप से महत्वपूर्ण हवाई ठिकानों की रक्षा
- दुश्मन की निगरानी और कमांड सिस्टम को ध्वस्त करना
ऑपरेशन का कोडनेम “सिंदूर” भारतीय परंपरा में शक्ति, साहस और विजय का प्रतीक है। यह नाम यह संदेश देता है कि यह मिशन सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि एक रणनीतिक संदेश भी था।
S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की निर्णायक भूमिका
इस अभियान में रूस निर्मित S-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह अत्याधुनिक प्रणाली दुश्मन के विमानों, ड्रोन और मिसाइलों को 400 किलोमीटर की दूरी से पहचानने और मार गिराने की क्षमता रखती है।
ऑपरेशन सिंदूर में S-400 ने कई पाकिस्तानी विमानों को सीमा पार करने से पहले ही निशाना बना लिया, जिससे भारत की हवाई सुरक्षा अभेद्य बनी रही।
( S-400 सिस्टम की पूरी जानकारी)
राजनीतिक इच्छाशक्ति और सैन्य समन्वय
एयर चीफ मार्शल सिंह ने साफ कहा कि इस ऑपरेशन के पीछे मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति और तीनों सेनाओं के बीच बेहतरीन समन्वय था।
“हमें स्पष्ट निर्देश मिले थे और हमने उन्हें सटीकता से लागू किया। थलसेना, नौसेना और वायुसेना ने एकजुट होकर काम किया।”
यह बयान दर्शाता है कि किसी भी आधुनिक युद्ध में केवल सैन्य शक्ति नहीं, बल्कि राजनीतिक निर्णय क्षमता और कूटनीतिक सोच भी उतनी ही महत्वपूर्ण होती है।
80 से 90 घंटे में बदली स्थिति
महज 80-90 घंटे में पाकिस्तान को इतना बड़ा नुकसान हुआ कि उन्हें समझ आ गया कि अगर संघर्ष जारी रहा तो कीमत बहुत भारी होगी।
पाकिस्तान ने भारतीय DGMO (Director General of Military Operations) को संदेश भेजकर वार्ता की इच्छा जताई। यह साफ संकेत था कि ऑपरेशन सिंदूर ने उन्हें सैन्य और मानसिक दोनों स्तर पर झटका दिया।
वैश्विक रणनीतिक संदेश
ऑपरेशन सिंदूर ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह संदेश दिया कि भारत किसी भी आक्रमण का तेज़, सटीक और निर्णायक जवाब देने में सक्षम है।
- यह भारत की सामरिक क्षमता का प्रदर्शन था।
- इसने भारत को रक्षा कूटनीति में और मज़बूत बनाया।
- मित्र देशों ने भारत की रणनीतिक तैयारी की सराहना की।
विशेषज्ञों की राय
रक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि ऑपरेशन सिंदूर भविष्य में भारत की एयर डिफेंस डॉक्ट्रिन का अहम हिस्सा बनेगा।
कुछ विश्लेषकों का मानना है कि इस ऑपरेशन ने पाकिस्तान को अपनी हवाई नीति पर पुनर्विचार करने पर मजबूर किया है।
ऑपरेशन सिंदूर और जनता का मनोबल
इस सफलता ने भारतीय जनता का मनोबल ऊंचा किया है। सोशल मीडिया पर #OperationSindoor ट्रेंड कर रहा है, और लाखों लोग भारतीय सेना को सलाम कर रहे हैं।
ऑपरेशन सिंदूर न केवल पाकिस्तान के लिए चेतावनी है, बल्कि यह पूरी दुनिया के लिए भारत की शक्ति और तैयारी का संदेश है।
👉 देश और दुनिया की ताज़ा खबरों के लिए विज़िट करें www.madhubanitimes.com