नई दिल्ली, 4 अगस्त 2025 —
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के संस्थापक शिबू सोरेन का निधन आज सुबह दिल्ली में हो गया। 81 वर्षीय वरिष्ठ नेता ने दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में सुबह 8:56 बजे अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से राज्य समेत पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है।
लंबे समय से बीमार चल रहे थे शिबू सोरेन
शिबू सोरेन का निधन उनके लंबे समय से चल रहे स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण हुआ। उन्हें किडनी की गंभीर समस्या थी और वे दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में कई दिनों से वेंटिलेटर पर थे। तमाम कोशिशों के बावजूद आज सुबह उनका निधन हो गया।
अलग झारखंड राज्य के निर्माण में निभाई अहम भूमिका
शिबू सोरेन का नाम झारखंड राज्य की राजनीति में एक ऐतिहासिक किरदार के रूप में जाना जाता है। उन्होंने अलग झारखंड राज्य की मांग को लेकर दशकों तक संघर्ष किया और जनआंदोलनों का नेतृत्व किया। झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के संस्थापक के रूप में उन्होंने 38 वर्षों तक पार्टी अध्यक्ष के पद पर सेवा दी।
राजनीतिक विरासत: बेटे हेमंत सोरेन संभाल रहे कमान
वर्तमान में शिबू सोरेन के पुत्र हेमंत सोरेन, झारखंड के मुख्यमंत्री हैं। वे लगातार दूसरी बार राज्य की सत्ता संभाल रहे हैं और पार्टी अध्यक्ष भी हैं। शिबू सोरेन अब तक JMM के संरक्षक के रूप में मार्गदर्शन दे रहे थे। उनके निधन से पार्टी और राज्य की राजनीति में बड़ी रिक्तता उत्पन्न हुई है
देशभर में शोक, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने जताया दुख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, गृह मंत्री अमित शाह सहित कई नेताओं ने शिबू सोरेन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। नेताओं ने कहा कि उन्होंने आदिवासी समाज के अधिकारों के लिए जो संघर्ष किया, वह हमेशा याद रखा जाएगा।
“शिबू सोरेन जी का जीवन संघर्ष, सेवा और संकल्प की मिसाल था। उनके निधन से मैं व्यथित हूं।” — प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
झारखंड में 3 दिन का राजकीय शोक घोषित
हेमंत सोरेन सरकार ने राज्य में 3 दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। इस दौरान सभी सरकारी कार्यालयों में झंडा आधा झुका रहेगा और कोई सरकारी समारोह आयोजित नहीं किया जाएगा।
अंतिम संस्कार कल रांची में, राज्य भर में भावुक श्रद्धांजलि
शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर आज शाम रांची लाया जाएगा, जहां कल राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। रांची, धनबाद, दुमका और अन्य इलाकों में हजारों की संख्या में लोग उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि देने पहुंचेंगे।
शिबू सोरेन: एक नज़र में
- पूरा नाम: शिबू सोरेन
- जन्म: 11 जनवरी 1944, दुमका, झारखंड
- राजनीतिक करियर की शुरुआत: 1970 के दशक में
- संस्थापक: झारखंड मुक्ति मोर्चा
- मुख्यमंत्री कार्यकाल: तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री
- लोकसभा सदस्य: सात बार
- मुख्य योगदान: अलग झारखंड राज्य की स्थापना, आदिवासी अधिकारों की रक्षा
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शिबू सोरेन का निधन न केवल झारखंड बल्कि पूरे भारत के राजनीतिक परिदृश्य में एक युग के अंत के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने जो योगदान दिया, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बना रहेगा।