अगस्त 08, नई दिल्ली | रिपोर्ट: एडवोकेट मोहन कुमार
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर आमने-सामने हो सकते हैं। यदि सब कुछ योजना के अनुसार रहा, तो यह 2021 के बाद दोनों नेताओं की पहली शिखर वार्ता होगी। क्रेमलिन के वरिष्ठ सलाहकार यूरी उशाकोव ने गुरुवार को इसकी पुष्टि की, जिससे वैश्विक राजनीति में हलचल तेज हो गई है
तिन और ट्रंप की मुलाकात: विश्व राजनीति में नई हलचल
पुतिन और ट्रंप की मुलाकात को लेकर विश्व राजनीति में एक बार फिर चर्चा तेज हो गई है। 2021 के बाद यह पहला मौका होगा जब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आमने-सामने बैठेंगे। क्रेमलिन के वरिष्ठ सलाहकार यूरी उशाकोव ने गुरुवार को इस प्रस्तावित वार्ता की पुष्टि की।
पुतिन और ट्रंप की बैठक: कहां और कब?
यूरी उशाकोव के अनुसार, इस संभावित बैठक की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। हालांकि, स्थान का खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन संभावनाएं जताई जा रही हैं कि यह किसी तटस्थ देश जैसे स्विट्ज़रलैंड या तुर्की में आयोजित हो सकती है
यूक्रेन युद्ध के बीच बैठक के मायने
इस संभावित बैठक की पृष्ठभूमि में यूक्रेन युद्ध है, जिसने पिछले ढाई वर्षों में अमेरिका-रूस संबंधों को बेहद तनावपूर्ण बना दिया है। हाल ही में ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ़ ने मॉस्को में पुतिन से मुलाकात की, जहां दोनों पक्षों के बीच यूक्रेन संकट को सुलझाने पर चर्चा हुई।
विशेष दूत विटकॉफ़ ने पुतिन के सामने एक त्रिपक्षीय बैठक का प्रस्ताव रखा, जिसमें यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को भी शामिल करने की बात कही गई है।
क्रेमलिन की पुष्टि और तैयारियां शुरू
यूरी उशाकोव के मुताबिक, यह बैठक अमेरिकी पक्ष के अनुरोध पर आयोजित की जा रही है और इसकी तैयारियां भी प्रारंभ हो चुकी हैं। उन्होंने बताया कि दोनों नेताओं के बीच संभावित वार्ता का उद्देश्य सैन्य तनाव को कम करना और राजनीतिक समाधान निकालना होगा।
हालांकि बैठक कहां होगी, इसका खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार यह किसी तटस्थ देश में हो सकती है — जैसे कि स्विट्ज़रलैंड या तुर्की।
2021 की आखिरी शिखर बैठक की पृष्ठभूमि
गौरतलब है कि जून 2021 में व्लादिमीर पुतिन और तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच जिनेवा में मुलाकात हुई थी। यह बैठक दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों को सुधारने के प्रयास का हिस्सा थी। लेकिन फरवरी 2022 में यूक्रेन पर रूस के आक्रमण ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति की दिशा ही बदल दी।
ट्रंप की चेतावनी: प्रतिबंध तैयार
डोनाल्ड ट्रंप पहले ही चेतावनी दे चुके हैं कि यदि रूस और यूक्रेन के बीच कोई ठोस समझौता नहीं होता, तो अमेरिका और उसके सहयोगी देश रूस पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लागू कर सकते हैं। इसमें तेल-गैस आयात पर रोक, स्विफ्ट बैंकिंग सिस्टम से बाहर करना और सैन्य आपूर्ति प्रतिबंध शामिल हैं।
भविष्य की वैश्विक रणनीति पर असर
यदि यह मुलाकात होती है, तो यह सिर्फ रूस-अमेरिका ही नहीं बल्कि पूरे विश्व की भू-राजनीति को प्रभावित कर सकती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि:
- यह बैठक अमेरिका में आगामी चुनावों से पहले ट्रंप की विदेश नीति दृष्टिकोण को स्पष्ट कर सकती है।
- पुतिन के लिए यह मौका होगा कि वह पश्चिमी देशों के साथ संवाद की शुरुआत करें।
- यूक्रेन युद्ध के भविष्य को लेकर नई संभावनाएं खुल सकती हैं
पुतिन और ट्रंप की संभावित मुलाकात न केवल अंतरराष्ट्रीय राजनीति में बदलाव ला सकती है, बल्कि यूक्रेन युद्ध जैसे लंबे चल रहे संघर्ष को समाप्त करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित हो सकती है। दुनिया की नजर अब इस ऐतिहासिक पहल पर टिकी है।
स्रोत: BBC News – Putin and Trump Meeting
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